Image courtesy: pinterest.
मुझे फर्क नहीं पड़ता
कि तुम मुझे मुस्कुरा
कर देखती हो
या देखकर मुस्कुराती हो
मुझे तो बस तुम्हारे
होठों पर हँसी
देखनी है।
मुझे फर्क नहीं पड़ता
कि तुम मुझे प्यार
करती हो या नहीं
मुझे तो बस तुम्हारे
साथ रहने से
सुकून मिलता है।
मुझे फर्क नहीं पड़ता
कि लोग मुझे
एक तरफा प्यार
में पागल आशिक़
कहते हैं
बस एक भरोसा
है कि एक दिन
ये प्यार दोनों
तरफ से होगा।
इसे भी पढ़िए: अधूरा इश्क़, पूरी मोहब्बत और तुम।
©नीतिश तिवारी।
मुझे फर्क नहीं पड़ता
कि तुम मुझे मुस्कुरा
कर देखती हो
या देखकर मुस्कुराती हो
मुझे तो बस तुम्हारे
होठों पर हँसी
देखनी है।
मुझे फर्क नहीं पड़ता
कि तुम मुझे प्यार
करती हो या नहीं
मुझे तो बस तुम्हारे
साथ रहने से
सुकून मिलता है।
मुझे फर्क नहीं पड़ता
कि लोग मुझे
एक तरफा प्यार
में पागल आशिक़
कहते हैं
बस एक भरोसा
है कि एक दिन
ये प्यार दोनों
तरफ से होगा।
इसे भी पढ़िए: अधूरा इश्क़, पूरी मोहब्बत और तुम।
©नीतिश तिवारी।
13 Comments
बहुत बहुत धन्यवाद सर जी।
ReplyDeleteब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 16/05/2019 की बुलेटिन, " मुफ़्त का धनिया - काबिल इंसान - ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeleteमेरी रचना शामिल करने के लिए आभार
Deleteयकीनन होगा
ReplyDeleteसुंदर अभिव्यक्ति
बहुत बहुत धन्यवाद।
Deleteबहुत खूब .....
ReplyDeleteआपका शुक्रिया।
Deleteभरोसा जरूर रखें । सब अच्छा होगा।
ReplyDeleteसुन्दर भावों को संजोती मोहक रचना। बहुत-बहुत शुभकामनाएँ आदरणीय नीतीश जी।
आपका धन्यवाद।
Deleteवाह!!बहुत खूबसूरत रचना।
ReplyDeleteआपका धन्यवाद।
Deleteवाह। बहुत खुब। स्वयं शून्य
ReplyDeleteआपका आभार।
Deleteपोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएँ और शेयर करें।