पिछले दिनो हरिद्वार जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. बहुत दिनो से मन में इच्छा थी की एक बार हरिद्वार जाऊं पर इतने नज़दीक रहने के बाद भी कभी जा नही पाया था.अपनी यात्रा के अनुभव के आधार पर एक बात तो मैं निश्चीत रूप से कह सकता हूँ की अगर आपको धरती पर स्वर्ग का आनंद लेना है तो कम से कम एक बार हरिद्वार ज़रूर जाएँ.गंगा किनारे जाते ही आपको एक अत्यंत प्रेमभाव से परिपूर्ण वातावरण का एहसास होने लगता है जिसमे सिर्फ़ आप होते हैं प्रभु के साथ और दूसरा कोई नही.हरकी पौडी का विहंगम दृश्य एक सकारात्मक उर्जा प्रदान करने के लिए काफ़ी है या यूँ कहें की पल भर मे आप सारे दुखों को भूलकर प्रभु के लिए समर्पित हो जाते हैं तथा चारो तरफ खुशियाँ ही खुशियाँ नज़र आती हैं.
हरिद्वार के लोग भी काफ़ी सुलझे हुए हैं.
जहाँ एक ओर बनारस मे पंडित आप पर ज़्यादा से ज़्यादा दान करने के लिए दबाव डालते हैं लेकिन हरिद्वार में ऐसा कुछ नही है.आप अपनी मर्ज़ी से जितना चाहे उतना दान कर सकते हैं.
मौका मिलते ही दुबारा हरिद्वार जाने के लिए प्रयासरत रहूँगा
अंत मे बस इतना कहना चाहूँगा की
ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः
सर्वे सन्तु निरामयाः ।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु
मा कश्चिद्दुःखभाग्भवेत् ।
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥
सर्वे सन्तु निरामयाः ।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु
मा कश्चिद्दुःखभाग्भवेत् ।
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥
1 Comments
Hi Nitish,
ReplyDeleteI and all our faculty members hope for your bright and prosperous future as a good recognized technocarat.
with the best wishes for you.
L.K. Vishwamitra
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