कोई रूठे कैसे ,
कोई मनाए कैसे ,
कोई बिछड़े कैसे ,
कोई भुलाए कैसे।
एक प्यारी सी हँसी ,
एक नाज़ुक सी अदा ,
एक भोला सा चेहरा ,
एक चाँद सा मुखड़ा।
कोई छुपाए कैसे ,
कोई दिखाए कैसे ,
तेरे गीत ग़ज़ल के ,
कोई गुनगुनाए कैसे।
एक माटी कि मूरत ,
एक भोली सी सूरत ,
एक नन्ही सी गुड़िया ,
एक सोने कि चिड़िया।
कोई आजमाए कैसे ,
कोई सताए कैसे ,
अपने दिल कि बात ,
कोई बताए कैसे।
3 Comments
Some how our current blog post match...nd m glad to read this post... awesome one!!
ReplyDeleteAnd I guess u r also searching the answers..like me..
well thank you so much for appriceation about my post..and yes i am searching the answers..
ReplyDeletekya khubsurat poem hai bhiya i m proud of u.
ReplyDeleteपोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएँ और शेयर करें।