कहीं खो ना जाये मुझमें तेरा वज़ूद ,
अपने दिल कि हसरतों को सम्भाल कर रखना।
कहीं बन ना जाए एक नया अफ़साना ,
अपनी इन अदाओं को छिपा कर रखना।
कहीं हो ना जाए बरसात इस मौसम में ,
अपने इस बादल को बचा कर रखना।
कहीं घायल ना कर दे तेरी ये नज़रें ,
अपनी इन आँखों में काजल लगा कर रखना।
कहीं मुश्किल ना हो जाए अब मुझे जीने में ,
अपनी इस धड़कन को बचा कर रखना।
everyours.
nitish.
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