खुशियों की बहार है,
रंगों की बौछार है,
फिर से आया ,
होली का त्योहार है.
नये नये पकवान हैं,
आए घर मेहमान हैं,
मिलकर खुशियाँ बाँट रहे,
पूरा सब इंतज़ाम है.
Khushiyon ki bahar hai,
Rangon ki bauchhar hai,
Phir se aaya,
Holi ka tyohaar hai.
Naye naye pakwan hain,
Aaye ghar mehman hain,
Milkar khushiyan baant rahe,
Poora sab intzaam hai.
© नीतीश तिवारी ।
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5 Comments
आपका बहुत बहुत धन्यवाद. होली की ढेर सारी शुभकामना.
ReplyDeleteबहुत सुंदर . होली की शुभकामनाएं !
ReplyDeleteनई पोस्ट : मी कांता बाई देशमुख आहे
aapka shukriya sir ji
Deleteसुंदर रचना। होली की बहुत बहुत बधाई।
ReplyDeleteaapka bahut bahut dhanywaad.
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