हमरा पर भरोसा काहे नइखे।
सुना ऐ माई,
हमरा पर भरोसा काहे नइखे,
तोहार बेटा हउवे क़ाबिल, क़ाबिल,
मत तू समझ एकरा जाहिल, जाहिल।
सुना ऐ माई
हमरा पे भरोसा काहे नइखे।
साहित्य बा एकरा ख़ातिर वंदन, वंदन।
करेला सबके मनोरंजन, मनोरंजन
एक दिन कमाई खूब पईसा, पईसा,
रही स्टार के जईसा जईसा।
©नीतिश तिवारी।
4 Comments
बहुत बढ़िया ।
ReplyDeleteआपका धन्यवाद।
Deleteअच्छा लिखे हैं...
ReplyDeleteधन्यवाद।
Deleteपोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएँ और शेयर करें।