Pic credit: Google.
मुझे तीन बार
इश्क़ हुआ है
पर हर बार
सिर्फ़ धोखा मिला है।
पहला इश्क़ दोस्ती
दूसरा इश्क़ मोहब्बत
और तीसरा इश्क़ तो
इश्क़ ही था।
अफसोस बस ये रहा
कि तीनों इश्क़ ने
साथ नहीं निभाया
बस किया और
छोड़ दिया।
©नीतिश तिवारी।
Ye Bhi Padhiye: Jab Ishq hua tumse.
11 Comments
सुंदर रचना
ReplyDeleteधन्यवाद।
Deleteमेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद।
ReplyDeleteहृदयस्पर्शी सृजन ।
ReplyDeleteThanks 😊😊😊
Deleteबहुत ही सुंदर अनुज स्मृति बन तीनों साथ है।
ReplyDeleteसादर
हाँ, एक या दो होतीं तो भूल भी जाता। अब तीन तीन को भूलना सम्भव नहीं। 😊😊
Deleteसुन्दर....
ReplyDeleteधन्यवाद।
Deleteबहुत बढि़या। बधाई और शुभकामनाएं।
ReplyDeleteआपका शुक्रिया।
Deleteपोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएँ और शेयर करें।