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नयनों की बातें तुम कितने अच्छे से समझाती हो,
जब भी तुम्हें सोंचता हूँ, तुम मेरे पास आ जाती हो,
हर किसी के ख़्वाब तो यूँ ही मुक़्क़मल नहीं होते,
जब भी करवट लेता हूँ, तुम मेरे ख़्वाबों में आ जाती हो।
Nayanon ki baten tum kitne achhe se samjhati ho,
Jab bhi tumhen sochta hoon, tum mere paas aa jati ho,
Har kisi ke khwab toh yu hi muqammal nahi hote,
Jab bhi karwat leta hu, tum mere khwabon mein aa jati ho.
©नीतिश तिवारी।
13 Comments
सराहनीय पोस्ट 👌
ReplyDeleteआपका शुक्रिया।
Deleteसुन्दर सृजन
ReplyDeleteआपका धन्यवाद!
Deleteसुन्दर सृजन ।
ReplyDeleteआपका शुक्रिया।
DeleteDhanywad
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteआभार।
Deleteक्या बात है । बहुत बढ़िया ।
ReplyDeleteआपका धन्यवाद!
Deleteउम्दा सृजन।
ReplyDeleteशुक्रिया।
Deleteपोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएँ और शेयर करें।