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What is love | प्रेम क्या है?
काल्पनिक इच्छाओं के
सपने देखना
और उन सपनों के
पूरा होने के लिए
आशान्वित रहना ही
वास्तविक प्रेम है।
Kalpanik ichhaon ke
Sapane dekhna
Aur un sapno ke liye
Ashanvit rahna hi
Vastavik prem hai.
प्रेम समझौता नहीं
बल्कि एक समर्पण है
तुम मुखौटा कैसे लगाओगे
ये तो एक दर्पण है।
Prem samjhauta nahi
Balki ek samarpan hai
Tum mukhauta kaise lagaoge
Ye toh ek darpan hai.
©नीतिश तिवारी।
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