Latest

6/recent/ticker-posts

गाँव से माँ ने इस बार आम भेजा है।




कल साँसों को फ़िक्र
हो रही थी तुम्हारी
आज धड़कनों ने
ये पैगाम भेजा है

शहर से मुझे हमेशा
शिकायत रही है
गाँव से माँ ने इस
बार आम भेजा है

©नीतिश तिवारी।


 

Post a Comment

2 Comments

  1. बहुत सुंदर ह्रदय स्पर्शी,माँ की ममता को सुंदर शब्द रचना दी है आपने, आदरणीय शुभकामनाएँ ।

    ReplyDelete

पोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएँ और शेयर करें।