Latest

6/recent/ticker-posts

आँसुओं की बरसात लिख रहा हूँ।





मैं शब्द नहीं
जज्बात लिख रहा हूँ
उस दौर में गुजरी वो
हालात लिख रहा हूँ।

सावन भादो कोई भी मौसम
हर मौसम की सौगात लिख रहा हूँ
तेरे दुख की बदली में
जो बरस ना सका
मैं उन आँसुओं की 
बरसात लिख रहा हूँ। 

©नीतिश तिवारी।



 

Post a Comment

0 Comments